कुछ दिनों की शांति के बाद कश्मीर घाटी में फिर से हिंसा शुरू
दो पुलिसकर्मी मारे गये, सीआरपीएफ के 10 जवान घायल
कुछ दिनों की शांति के बाद कश्मीर घाटी में उग्रवादी हिंसा एक बार फिर से उफान पर है. बंदूक छिनने के प्रयास को विफल करने के क्रम में जहां दो पुलिसकर्मी मारे गये, वहीँ दक्षिण कश्मीर में संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर किये गये दो हमलों में सीआरपीएफ के कम – से – कम 10 जवान घायल हो गये.
पुलवामा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहम्मद असलम चौधरी ने बताया कि उग्रवादियों के एक समूह ने हथियार लूटने की नीयत से पुलवामा के एक न्यायालय परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला किया. सूत्रों ने बताया, “उग्रवादियों के एक समूह ने पुलवामा के गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज के निकट तकिया वागम इलाके में एक पुलिस पोस्ट पर अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें दो सुरक्षाकर्मी घटनास्थल पर ही मारे गये एवं कई अन्य घायल हुए.”
सूत्रों के मुताबिक इस हमले में दो पुलिसकर्मी मारे गये और एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हुआ, जबकि उग्रवादी पुलिसकर्मियों के सर्विस राइफल लेकर भागने में कामयाब हो गये. सूत्रों ने बताया, “घायल पुलिसकर्मी मंज़ूर अहमद को इलाज के लिए एसएमएचएस अस्पताल भेज दिया गया है.”
यह हमला पवित्र ‘शब – ए – कद्र’ की रात को हुआ जब हजारों श्रद्धालु मुसलमान रमज़ान के महीने में शाम से लेकर भोर तक प्रार्थना में लीन थे. इस घटना को ऐसे समय अंजाम दिया गया जब केंद्र के ‘रमज़ान युद्धविराम’ के एलान के बाद सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों के खिलाफ अभियान को रोका हुआ है.
हथियार लूटने की नीयत से संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर इस पवित्र महीने में किया गया यह पांचवां हमला था. सुरक्षा बलों ने हथियार लूटने के तीन प्रयासों को नाकाम कर दिया, जबकि उग्रवादियों ने गत 28 मई को दक्षिण कश्मीर में एक व्यक्ति की सुरक्षा में तैनात निजी सुरक्षा अधिकारियों से दो सर्विस हथियार छीन लिया.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा सभी संतरियों, खासकर गार्ड ड्यूटी में तैनात, को बुलेट प्रूफ कवच पहनने और अपने हथियारों को अपने बेल्ट से सही तरीके से जंजीर से बांधकर रखने के दिये गये निर्देश
के कुछ ही सप्ताह के भीतर यह घटना हुई. सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करने का भी निर्देश जारी किया गया था.
सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों में उग्रवादी घटनाओं में भले ही तेजी दिखाई दी हो, लेकिन नये भर्ती हुए उग्रवादियों को अक्सर हथियारों की कमी से जूझना पड़ता है और सुरक्षा बलों से हथियार लूटना उनके भर्ती होने की दिशा में एक प्रारंभिक कदम बनता है.
इस बीच, दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा ग्रेनेड से किये गये एक हमले में अर्द्ध – सैनिक बलों के 10 जवान घायल हो गये.
अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग के जंगलात मंडी में सीआरपीएफ की एक टुकड़ी पर उग्रवादियों ने एक ग्रेनेड फेंका. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “सीआरपीएफ के 10 जवानों को हल्की चोटें आई, लेकिन उनकी हालत स्थिर है. उग्रवादियों को पकड़ने के लिए इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.”