शपथ – पत्र में शैक्षिक योग्यता के बारे में “गलतबयानी” का मामला
भाजपा उम्मीदवार क्वीन ओजा की फजीहत
गौहाटी संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार क्वीन ओजा ने उनकी शैक्षिक योग्यता को लेकर उठे विवाद के बाद दोबारा अपना शपथ – पत्र दाखिल किया.
निर्दलीय उम्मीदवार एवं सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता उपमन्यु हजारिका ने सुश्री ओजा के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है और गलत तथ्यों पर आधारित जानकारी पेश करने पर उनका नामांकन रद्द करने की मांग की है.
अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में सुश्री ओजा ने दावा किया था कि उन्होंने राज्य सरकार द्वारा संचालित कृष्णा कांता हन्दिकुई राज्य खुला विश्वविद्यालय से उच्च माध्यमिक शिक्षा हासिल की है. जबकि उक्त विश्वविद्यालय में इस किस्म का कोई पाठ्यक्रम नहीं है. बाद में, सुश्री ओजा ने कहा कि कुछ गलतियों की वजह से ऐसा हो गया.
श्री हजारिका ने बताया, “नामांकन पत्रों की जांच के दौरान निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष मैंने क्वीन ओजा के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. सुश्री ओजा ने नामांकन पत्र में अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में शपथपूर्वक गलत ब्यौरा दिया है. उन्होंने एक ही दिन में नोटरी द्वारा निर्गत दो शपथ – पत्र दाखिल किया है. इसी आधार पर, मैंने एक शपथ – पत्र दाखिल कर क्वीन ओजा की उम्मीदवारी पर आपत्ति दर्ज करायी है.”
अपने एक शपथ – पत्र में सुश्री ओजा ने कहा है कि उन्होंने वर्ष 2011 में कृष्णा कांता हन्दिकुई राज्य खुला विश्वविद्यालय से उच्च माध्यमिक परीक्षा पास की है और दूसरे शपथ – पत्र में उनका कहना है कि उन्होंने वर्ष 2012 में उक्त विश्वविद्यालय से बैचलर्स प्रिपरेटरी प्रोग्राम (बीपीपी) की परीक्षा पास की है.
श्री हजारिका का कहना है, “एक ही दिन और एक ही विषय पर दो शपथ – पत्रों में शैक्षिक योग्यता के बारे में दो अलग – अलग बातें कैसे कही जा सकती है? इन दोनों में से कोई एक ही बात सही हो सकती है, न कि दोनों ही.....और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 125 A के तहत यह एक गलतबयानी है और एक चुनावी अपराध है जिसके लिए निर्वाची पदाधिकारी को उनका नामांकन अवश्य रद्द कर देना चाहिए और यही मांग मैंने उठायी है.”
कृष्णा कांता हन्दिकुई राज्य खुला विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि उनके संस्थान में इस (उच्च माध्यमिक) किस्म का पाठ्यक्रम या इसके समकक्ष कोई सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध नहीं है.
अपने बचाव में, इस 67 – वर्षीया राजनेता ने कहा कि ऐसा गलती से हो गया.
अपनी सफाई देते हुए सुश्री ओजा ने कहा, “प्रचार अभियान से लौटने पर मैंने पाया कि अनजाने में शपथ – पत्र में कुछ त्रुटियां चली गयी हैं जिसकी वजह से मैंने उसी दिन दोपहर में सही तथ्यों के साथ एक और शपथ – पत्र तैयार कराया. लेकिन नामांकन - पत्र दाखिल करते समय मेरे प्रस्तावित चुनाव अभिकर्ता राजदीप ओजा ने जमा कराये जाने वाले वांछित कागजातों के साथ 30 मार्च की दोपहर को सही तथ्यों के साथ तैयार कराये गये सही शपथ – पत्र के बजाय पहले तैयार कराया गया गलत वाला शपथ – पत्र नत्थी कर दिया.”
जब कांग्रेस उम्मीदवार बोब्बीता शर्मा एवं अन्य लोगों ने शैक्षिक योग्यता के बारे में गलत ब्यौरा देने के लिए भाजपा उम्मीदवार की तीखी आलोचना की, तो सुश्री ओजा ने कहा कि जनता की सेवा करने के लिए किसी शैक्षिक योग्यता की आवश्यकता नहीं होती.
उन्होंने कहा, “मैं आपको बताना चाहती हूं कि जनता की सेवा के लिए मुझे किसी शैक्षिक योग्यता की जरुरत नहीं है. मैं काफी समय से राजनीति में हूं और जनता की सेवा करना जानती हूं.”
गौहाटी संसदीय क्षेत्र में आगामी 23 अप्रैल को वोट डाले जायेंगे.