जाने माने सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा मायावती के पुनः मतदान पत्र से चुनाव की मांग का समर्थन

जाने माने सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा मायावती के पुनः मतदान पत्र से चुनाव की मांग का समर्थन

Update: 2019-05-27 15:18 GMT

लोक राजनीति मंच ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि हाल ही में सम्पन्न लोक सभा चुनाव में जिस तरह के अप्रत्याशित एक तरफा परिणाम भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आए हैं वह चुनावी प्रक्रिया पर संदेह खड़ा करने वाला है। ऐसा प्रतीत होता है कि लोकतंत्र के सभी संस्थानों को अपने बस में करके भाजपा ने मनचाहा परिणाम प्राप्त किया है। हमारी मांग है कि भारत के लोगों का लोकतंत्र में विश्वास बनाए रखने के लिए वी.वी.पी.ए.टी. से पहले सौ प्रतिशत ई.वी.एम. पर हुए मतदान की पुष्टि कराई जाए। यदि बड़े पैमाने पर कोई अनियमितता पाई जाती है तो बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा बहन मायावती की मांग के अनुसार पूरा चुनाव मतदान पत्र के माध्यम से कराया जाए।

लोक राजनीति मंच की तरफ से जारी साज्ञा बयान में ये भी कहा गया है कि इसके बाद चुनाव सुधार की दृष्टि से वर्तमान में चुनावी बांड के माध्यम से राजनीतिक दलों को चंदा देने की व्यवस्था में पूरी पारदर्शिता स्थापित की जाए, विदेशी कम्पनियों पर चंदा देने से रोक लगाई जाए व कम्पनियों के पिछले तीन वर्षों के 7.5 प्रतिशत मुनाफे तक ही चंदा दे सकने की सीमा को बहाल किया जाए। जिस तरह उम्मीदवारों के प्रचार खर्च पर सीमा तय है उसी तरह राजनीतिक दलों के प्रचार खर्च पर भी सीमा तय हो और खर्च जोड़ने की अवधि पांच वर्ष की मानी जाए न कि सिर्फ चुनाव के पहले के 15 दिन। खर्च की सीमा भी एक साधारण उम्मीदवार को ध्यान में रख कर तय की जाए न कि बड़े दलों को। विज्ञप्ति पर हस्ताक्षर करने वालों में संदीप पाण्डेय, राजीव यादव, गौरव सिंह, (लखनऊ), युगल किशोर शरण शास्त्री (अयोध्या), फैसल खान, (दिल्ली), लुबना सरवथ, (हैदराबाद), गुरुमूर्ति एम. (बेंगलुरू), महेन्द्र यादव (पटना) शामिल है।
 

Similar News

Uncle Sam Has Grown Many Ears

When Gandhi Examined a Bill

Why the Opposition Lost

Why Modi Won