जनता के दबाव आगे झुकी अरुणाचल प्रदेश सरकार
सीबीआई को सौंपी छात्र की हत्या की जांच
नौ महीने तक टाल – मटोल करने, ढेरों अपील और फिर एक व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद एक सत्रह वर्षीय छात्र की हत्या की जांच अरुणाचल प्रदेश सरकार ने आख़िरकार केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी.
तवांग स्थित गवर्नमेंट हायर स्कूल सेकेंडरी की बारहवीं कक्षा का छात्र तोको यामे पिछले साल सितम्बर में जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों के साथ झड़प के बाद से गायब हो गया. दो दिनों के बाद उसकी क्षत – विक्षत लाश मिली. तब से उसके परिजन और विभिन्न संगठन उसकी हत्या की पड़ताल के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रति अविश्वास प्रकट करते रहे और मामले को सीबीआई को सौपे जाने की गुहार लगाते रहे.
बीते 27 जून को एक विशाल विरोध प्रदर्शन में दोषियों को गिरफ्तार करने और इस मामले को तार्किक परिणति तक पहुंचाने में हो रही देरी के प्रति अपनी नाराजगी का इज़हार करने के लिए हजारों लोग अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर की सड़कों पर उतर आये.
इस प्रदर्शन में आल ईस्ट कमेंग डिस्ट्रीक्ट स्टूडेंट्स यूनियन (तोको यामे ईस्ट कमेंग जिले का निवासी था) ने राज्य सरकार को इस मामले को सीबीआई को सौंपने और घटना वाले दिन पीसीआर ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया था. आक्रोश और निरंतर प्रदर्शनों के दबाव का असर दिखाई देने लगा.
मुख्यमंत्री पेमा खांडू के कार्यालय से जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी कि मामले को सीबीआई को सौंप दिया है.
बीते 28 जून को सीबीआई को लिखे एक पत्र में राज्य के गृह आयुक्त ने बताया कि राज्य सरकार ने इस मामले को “बेहद गंभीर और संवेदनशील” माना है और उसे इस मामले की जांच को केन्द्रीय एजेंसी को सौंपे जाने के लिए लोगों की ओर से कई औपचारिक अपील और अनुरोध प्राप्त हुए हैं.
इस पत्र में गृह आयुक्त ने यह भी बताया गया कि राज्य के पुलिस महानिदेशक की अनुशंसा पर इस मामले को सीबीआई को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया.
इस बीच, आल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन ने राज्य सरकार के इस कदम का स्वागत किया है. यूनियन ने अपने बयान में कहा कि बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के इस मामले की जांच त्वरित गति और समयबद्ध तरीके से किया जाना बेहद जरुरी है.