यमुना नगर । हरियाणा के स्कूल में पैरेंटस मिंटिंग से ठीक पहले अपराध की दूसरी घटना शनिवार को यमुनानगर में हुई। स्वामी विवेकानंद स्कूल के छात्र शिवांश गुम्बर द्वारा प्रिसिपल रितु छाबड़ा पर जानलेवा हमले की घटना से पहले बहादुर गढ़ के हरदयाल पब्लिक स्कूल में भी गणित के शिक्षक पर अभिभावकों के साथ मिटिंग के ठीक पहले छात्र ने चाकू से हमला किया था।

जिस तरह विवेकानंद स्कूल में शिवांश इसीलिए डर गया था कि स्कूल में छात्रों के अभिभावकों के साथ होने वाली मिटिंग के दौरान प्रिसिंपल उसकी शिकायत उसके मां पिता से कर सकती है। रितु छाबड़ा शिवांश के बुलेट से स्कूल आने को लेकर टोकती थी।बहादुर गढ़ स्थित स्कूल में गणित के शिक्षक रवीन्द्र ने 12 वीं के छात्र को गणित में कम नंबर लाने की जानकारी उसके मां पिता को देने की चेतावनी दी थी। लेकिन अभिभावकों की मिटिंग से पहले ही उस छात्र ने अपने शिक्षक पर चाकू से हमला कर दिया।


हरियाणा के प्रायवेट स्कूल इस तरह के अपराध को लेकर चर्चा में आ रहे हैं। अम्बाला के सनातन घर्म विद्या स्कूल में नवंबर 2017 में एक नौवीं के छात्र ने दसवीं के छात्र पर चाकू से जानलेवा हमला किया था। यमुना नगर की घटना के बाद इस तरह के अपराध को रोकने के इरादे से हरियांणा में पुलिस डीएवी स्कूल के प्रबंधन ने हर स्कूल में एक काउंसिलर का पद अनिवार्य करने का ऐलान किया है। डीएवी आर्य समाजी संस्था है और उसने हरियाणा की पुलिस के साथ मिलकर राज्य के प्रत्येक जिले में एक पुलिसडीएवी स्कूल खोला है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य परमजीत बडोला ने भी यमुना नगर स्थित विवेकानंद स्कूल में प्रिंसिपल की हत्या के बाद स्कूलों में काउंसिलर का पद अनिवार्य करने की सिफारिश सरकार को भेजने का ऐलान किया है।

हरियाणा के प्रायवेट स्कूलों में अपराध का सिलसिला उन बच्चों के बीच दिखाई देता है जो कि नवधनाढ्य परिवार की पृष्ठभूमि से आते हैं। शिवांश गुम्बर को उसके फाइनेंसर पिता ने स्कूल जाने के लिए बुलेट खरीदकर दिया था। प्रिंसिपल उसे बुलेट से आने पर एतराज जाहिर करती थी। वह स्कूल में मोबाइल फोन व रेगुलर क्लास नहीं लगाने पर प्रिंसिपल द्वारा डांटे जाने से खपा था। प्रिंसिपल की हत्या में इस्तेमाल किए गया रिवाल्वर उसके पिता का था। उसका पिता प्रोपर्टी व फाइनेंस का कारोबार करता है। पुलिस ने आरोपी छात्र शिवांश गुम्बर को हत्या के आरोप में और पिता को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। हत्या के आरोपी छात्र को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया जंहा से उसे 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।पिता को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। शिवांश ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। वह बालिग है और उसने कुछ दिन पहले ही अपना 18 वां जन्मदिन मनाया था।


शिवांश ने हत्या की वजह पूछे जाने पर बताया कि स्कूल में बात-बात टोका जाता था।। प्रिंसिपल रितु छाबड़ा उसे बुलेट पर आने पर डांटती थी। उसे धमकी दी जा रही थीं कि बोर्ड एग्जाम के रोल नंबर नहीं देगी। शनिवार को जब घटना हुई तब स्कूल में पैरेंट्स टीचर मीटिंग थी। शिवांश को डर था कि मीटिंग में पैरेंट्स से उसकी शिकायत की जा सकती है। इसलिए उसने पहले ही स्कूल जाकर प्रिंसीपल पर गोलियां दाग दी। घटना के बाद उसके सहपाठियों ने बताया कि शिवांश अक्सर बाइक पर स्कूल जाता था। स्कूल के आस- पास बेवजह चक्कर लगाता था। इसी बात को लेकर प्रिंसिपल उसे डांटती थी। शिवांश के टीचर्स ने बताया कि कई बार उसके पेरेंट्स से उसकी शिकायत की जा चुकी थी। लेकिन पेरेंट्स ने कभी इसको गंभीरता से नहीं लिया। प्रिंसिपल रीतू छाबड़ा 17 साल से इस स्कूल में टीचर थीं। दो साल पहले ही पदोन्नति पाकर प्रिंसीपल बनी थी।