करोड़पति और बूढ़े उम्मीदवारों के हवाले नागालैंड विधानसभा चुनाव

भाजपा के 65% उम्मीदवार करोड़पति और आप के एक उम्मीदवार के पास शून्य

Update: 2018-02-23 12:59 GMT

लंबे समय तक उग्रवाद से प्रभावित रहे नागालैंड के विधानसभा चुनावों में इस बार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले मात्र तीन उम्मीदवार हैं. बड़ी संख्या में करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं. देश के बाकी हिस्सों मेंचुनावी प्रक्रिया में युवाओं की बढ़ती भागीदारी के उलट नागालैंड में बुजुर्ग उम्मीदवारों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है. जनजातीय समाजों में महिलाओं को अपेक्षाकृत अधिक स्वतंत्रता हासिल होने की धारणा के बरक्स यहां सिर्फ पांच महिलाएं चुनावी अखाड़े में हैं.

28 फरवरी 2018 को होने वाले 60 - सदस्यीय नागालैंड विधानसभा चुनाव में जोर आजमाइश कर रहे कुल 196 उम्मीदवारों में से 193 उम्मीदवारों द्वारा नामांकन के दौरान दाखिल किये गये शपथ – पत्रों में मात्र तीन उम्मीदवारों ने शपथ – पत्र में अपने ऊपर चल रहे आपराधिक मामलों का जिक्र किया है. इन तीनों उम्मीदवारों के खिलाफ चलने वाले मामले गंभीर प्रकृति के हैं.

जहां तक उम्मीदवारों में कुल 59 % उम्मीदवार करोड़पति हैं। 193 उम्मीदवारों में से 114 उम्मीदवार करोड़पति हैं.प्रति उम्मीदवार औसत परिसंपत्ति 3.76 करोड़ रूपए की है. सबसे अधिक परिसंपत्तियों वाले तीन शीर्ष उम्मीदवारों में नागालैंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान सांसद एन. रियो शामिल हैं. रियो के पास करीब 36 करोड़ रूपए की संपत्ति है. सबसे अधिक संपत्ति वोखा जिले के सनिस विधानसभा क्षेत्र से जद (यू) के उम्मीदवार रामोंगो लोथा के पास है. लोथा के पास 38 करोड़ 92 लाख रूपए से अधिक की संपत्ति है. दूसरे स्थान पर जुन्हेबोतो जिले के अतोइज़ु विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के. एल. चिशी हैं, जिनके पास 38 करोड़ 20 लाख रूपए से अधिक की संपत्ति है.

कुल 60 (31%) उम्मीदवारों के पास 50 लाख से दो करोड़ रूपए तक की संपत्ति है. कुल 46 (24%) प्रत्याशी पांच करोड़ या उससे अधिक की संपत्ति के मालिक हैं. दो करोड़ से लेकर पांच करोड़ की संपत्ति वाले कुल 42 (22%) उम्मीदवार हैं. 26 (13%) उम्मीदवारों के पास 10 लाख से 50 लाख रूपए तक की संपत्ति है. महज 19 (10%) उम्मीदवार 10 लाख रूपए से कम की संपत्ति वाले हैं.

अगर पार्टीवार आंकड़ा देखें, तो सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवार एनपीएफ ने उतारे हैं. एनपीएफ के कुल 56 में से 43 (77%) उम्मीदवारों ने एक करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति की घोषणा की है. इसी प्रकार, एनडीपीपी के कुल 39 प्रत्याशियों में से 24 (62%) के पास एक करोड़रूपए से अधिक की संपत्ति है. भाजपा के 20 में से 13 (65%) उम्मीदवार एक करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं. एक करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति की घोषणा करने वालों में कांग्रेस पार्टी के कुल 18 में से 6 (33%) प्रत्याशी हैं.

घसपानी – I विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अकावी एन. ज्हिमोमी ने शपथ –पत्र में अपनी परिसंपत्ति शून्य दर्ज की है. ऐसा करने वाले वे एकमात्र उम्मीदवार हैं.

193 प्रत्याशियों में से 27 (14%) ने अपनी आय के स्रोतों की घोषणा नहीं की है.

शैक्षिक योग्यता के मामले में नागालैंड विधानसभा के उम्मीदवारों की स्थिति इस बार अच्छी है. कुल 71% उम्मीदवारों ने शपथ –पत्र में अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक या उससे आगे बतायी है. यानि 193 में से 137 उम्मीदवार स्नातक या उससे आगे की शिक्षा प्राप्त हैं. कुल 52 (27%) उम्मीदवार आठवीं से लेकर 12वीं पास हैं. अशिक्षित उम्मीदवारों की संख्या सिर्फ तीन है.

आयु के हिसाब से अगर बात की जाये तो देश भर में भारी संख्या में युवा प्रत्याशी चुनावों में भाग ले रहे हैं. हालांकि, नागालैंड विधानसभा चुनाव में स्थिति इसके उलट है. कुल 61% उम्मीदवारों ने शपथ –पत्र में अपनी आयु 51 से 80 वर्ष के बीच बतायी है. यानि 193 में से 117 उम्मीदवार 51- 80 वर्ष के आयु वर्ग से हैं. कुल 75 (39%) उम्मीदवारों की उम्र 25 से 50 वर्ष के बीच है. सिर्फ एक प्रत्याशी ने अपनी उम्र 80 वर्ष अधिक बतायी है.

इस बार कुल उम्मीदवारों में से मात्र तीन प्रतिशत महिलायें चुनाव मैदान में है. कुल 5 महिला उम्मीदवार इस बार विधानसभा में जगह बनाने की कोशिश में हैं. उपरोक्त नागालैंड इलेक्शन वाच और एडीआर के सर्वेक्षण के निष्कर्ष हैं।
 

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